दो गुटों में बंटे गावशिंदे कॉलोनीवासी, रास्ते पर बनी दीवार हटने के बाद फिर गहराया विवाद
खरगोन। शहर के खंडवा रोड़ स्थित गावशिंदे कॉलोनी में पिछले एक साल से दूसरे छोर पर बनी एक दीवार को बनाने या तोडऩे को लेकर रहवासी दो गुटों में बंटे हुए है। एक पक्ष जहां सनावद रोड़ का ेजोडऩे वाले रास्ते पर बनी दीवार हटाने के पक्ष में है तो दूसरा पक्ष यहां दीवार बनाने के पक्ष में है। बार- बार हो रही शिकायतों पर हाल ही में नपा अमले ने सनावद रोड़ से कॉलोनी को जोडऩे वाले रास्ते पर बनी दीवार को तोड़ दिया है। इसके बाद अब फिर विवाद गहरा गया है। अब दूसरा पक्ष विरोध में सामने आ गया।
मंगलवार को कॉलोनी के डॉ. शरद दिंडोरकर, डॉ. सुमीत दिंडोरकर, गजेंद्र भावसार, जगदीश कुशवाहा, आदित्य गुप्ता, पंकज श्रीवास्तव आदि ने बताया कि गावशिंदे कॉलोनी और भंडारी जीनिंग के बीच की वर्षों पुरानी सुरक्षा दीवार थी, जिसे गत दिनों तोड़ दिया गया। इसे सार्वजनिक रास्ते के तौर पर उपयोग किया जाने लगा, जो कॉलोनी की सुरक्षा के लिए खतरा बन गया है। भंडारी जिनिंग परिसर में शराब दुकान संचालित होती है, इसके अलावा यहां विरान इलाका है। इससे आए दिन शराबी नशे में धुत्त होकर कॉलोनी में आ धमकते है। किसी के भी घर के बाहर गालियां देने के साथ ही शराब की बोतलें फेंक देते है। इससे कॉलोनी के बच्चों पर गलत असर पड़ रहा है साथ ही महिलाओं का घर से बाहर निकलना दुभर हो गया है। , बलिराम पटेल, अंजू श्रीवास्तव, बबीता जायसवाल, उर्मिला गुप्ता, वीणा दिंडोरकर, शीतल महाजन, दीपशिखा महाजन, रश्मि गौतम, नीलिमा नायक आदि ने बताया कि पूर्व में सबकी सहमति और कॉलोनी के नक्शे में यह दीवार बनी हुई थी, यहां कोई सार्वजनिक रास्ता नही है, लेकिन कॉलोनी के ही कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए यहां दीवार तोडऩे की मांग की थी, जिसे नपा ने बिना अन्य रहवासियों की सहमति के हटा दी। इससे महिलाओं की सुरक्षा, सामुदायिक सौहार्द तथा चोरी/अशांति/ अपराध की घटनाएं बढऩे की आशंका से रहवासी डरे सहमे है। हमारी मांग है कि यहां पुन: दीवार खड़ी की जाकर बारिश का पानी निकासी के लिए निचले हिस्से में जॉली लगाई जाए।
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