एनएसयूआई ने कि महाविद्यालयीन छात्रों की फीस माफी की मांग, सौंपा ज्ञापन


खरगोन। कोरोना के कारण स्कूल.कॉलेज सभी बंद है, फिर भी निजी स्कूलों सहित शासकिय महाविद्यालयों में भी पालकों पर फीस के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इसको लेकर शुक्रवार को एनएसयूआई के पदाधिकारियों ने शासकिय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव रजत डंडीर, जिलाध्यक्ष विक्रांत दांगी ने बताया कि जिला आदिवासी बाहुल्य होकर यहां ज्यादातर लोग किसान, मजदूर एवं गरीब परिवार निवासरत है। वर्तमान में कोरेाना महामारी के कारण लगे लॉकडाउन के बाद से लगभग हर वर्ग के लोग आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे है, बावजूद इसके शासन ने अभी तक बच्चों की फीस को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है। ऐसे में पालक अपने बच्चों की फीस भरने में असमर्थ है। छात्रों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए उनकी फीस कम से 4 से 6 माह की फीस माफ कि जाए। फीस माफी से पालको को सहायता भी मिलेगी और वह अपने बच्चों को आगे उच्च शिक्षा के लिए सहयोग कर सकेंगे। छात्रों ने फीस माफी नहीं होने पर उग्र आंदेालन की चेतावनी दी है। इस दौरान रजत शर्मा, निक्कू बछाने, निलेश सागोरे, अक्षय परमार, ऋषभ टाक, शुभम कुमावत आदि मौजूद थे।


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